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जानिए क्यों इतना जरूरी है लिवर को स्वस्थ रखना

जापान के टोक्यो में 10वीं अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस ऑन लिवर डिसीज एंड हेपेटोलॉजी का दो दिवसीय आयोजन 2 व 3 दिसंबर को किया गया। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए हर दिन की जीवनशैली महत्वपूर्ण है। लिवर में खराबी हो तो शरीर खुद ब खुद संकेत देने लगता है क्योंकि यह शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। लिवर (यकृत) पेट के दाहिनी तरफ स्थित होता है।

लिवर को स्वस्थ रखना क्यों जरूरी है, वह उसके द्वारा किए गए कार्यों को जानकर समझ सकते हैं। यह अंग भोजन को पचाने और शरीर के विषाक्त पदार्थों को मुक्त करने के लिए जरूरी है। जब व्यक्ति कुछ खाता है तो पाचन तंत्र उस आहार को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ता है। अब ये आहार रक्त के सहारे लिवर तक जाता है। लिवर भोजन में मौजूद पोषक तत्वों को अलग करता है और शरीर के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाता है। गेंद जैसे आकार का लिवर अपने अंदर आयरन, विटामिन और मिनरल्स स्टोर करने का भी काम करता है। यही नहीं विषैले तत्वों को भी यह अलग कर देता है जो कि शरीर के सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं।

यह अंग शरीर से विषैले रसायनों को पित्त के रूप में फिल्टर करता है और मल या मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकालता है। पेट में गड़बड़ हो तो लिवर की खराबी का अंदेशा हो सकता है। इस पर सबसे ज्यादा प्रभाव खान-पान का पड़ता है। अगर व्यक्ति अपने खान-पान पर विशष ध्यान नहीं दे पाते हैं, तो लिवर कमजोर होने लगता है। लिवर में कई तरह की खराबी की आशंका होती है। मसलन-  लिवर का फैटी होना, सूजन आ जाना और लीवर में इन्फेक्शन हो जाना। इस बात का ख्याल रखना जरूरी है कि आपका खाना पच रहा हो। यदि खाना ठीक तरीके से नहीं पच रहा है या पेट में किसी तरह की परेशानी आ रही है तो यह लिवर की खराबी के लक्षण हैं। अन्य लक्षणों में व्यक्ति को थकान, पेट में हमेशा दर्द, खुजली, पेशाब का गहरा रंग, पैरों में सूजन आदि हो सकते हैं। यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है।

इंटरनेशनल लिवर ट्रांसप्लांट सोसाइटी के अध्ययन के मुताबिक 70 प्रतिशत मामलों में हैपिटाइटिस, हैपि‍टाइटिस बी और सी के कारण होती है। ज्यादा शराब पीने या लंबे समय तक शराब पीने के कारण लिवर डैमेज हो जाता है। 30 प्रतिशत मामलों में लिवर की समस्या लाइफस्टाइल के कारण होती है।