तेल और मालिश : पुदीना तेल, लहसुन, नारियल या तिल का तेल, सरू तेल और टी ट्री तेल से मिश्रित, इस जड़ी बूटी के तेल से पीठ की मालिश करने से दर्द में आराम मिलता हैं। इससे सूजन काम होती हैं और हड्डियों व मांसपेशियों को आराम मिलता हैं। मालिश में उपयोग में लाए जाने वाले तेल में ऐसे पदार्थ मिले होते हैं, जो दर्द के हिस्से में गर्मी देते हैं, जिससे प्रभावित हिस्से का दर्द कम होता हैं आराम मिलता हैं।
अच्छी नींद : दर्द रोकने क लिए सबसे बेहतर उपाय आराम और अच्छी नींद हैं। व्यक्ति को ऐसे कड़े बिस्तर पर सोना चाहिए जिसपर पीठ सीधी टिकती हो। मुलायम और आरामदेह गद्दे पर सोने से पीठ सीधी नहीं रहती और दर्द की संभावना बढ़ जाती हैं।

धूम्रपान न करें : धूम्रपान करने से पीठ दर्द और बढ़ सकता हैं। धूम्रपान स्वस्थ रक्त परिसंचरण को प्रभावित करता हैं और रोग को ठीक होने की प्रक्रिया में बाधा लाता हैं। धूम्रपान से हड्डिया कमजोर होती जाती हैं। जैसे ही पीठ में दर्द का एहसास हो धूम्रपान छोड़ देना चाहिए।