दूध हल्दी
दूध में हल्दी मिलाकर पीने से गले में खराश से हुई सूजन और दर्द दोनों से आसानी से राहत पाई जा सकती है।आयुर्वेद में हल्दी के दूध को प्राकृतिक एंटीबायोटिक के नाम से भी जाना जाता है।

लहसुन
लहसुन में ऐलीसिन नामक खास तत्व मौजूद होता है, जो गले में इंफेक्शन पैदा करने वाले जीवाणुओं को मार देता है।

शहद
एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद और नींबू का रस मिलाकर दिन में तीन बार पीने से भी सुखी खांसी से आराम पाया जा सकता है। शहद ह्यपेरटोनिक ओस्मोटिक हाइपरोनिक ऑसमाटिक की तरह कार्य करता है,जो गले की सूजन और दर्द को खत्म करने में मदद करता है।

मुलेठी चबाएं
मुलेठी को चबाने से गले की समस्याओ से राहत मिलती है। मौसम परिवर्तन के कारण गले में दर्द या खराश की समस्या से निजात के लिए मुलेठी का चूर्ण मुंह में रखकर चूसने से आपको काफी आराम मिलेगा।

लौंग खाएं
लौंग ऐंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है। जब भी आपको गले की खराश महसूस हो, लौंग चबाएं,आपको फायदा मिलेगा।