शोएब अख्तर ने कहा कि- 130 करोड़ की आबादी वाले भारत में यदि 2-3 करोड़ लोग कोरोना वायरस की..
नमस्कार दोस्तों क्रिकेट से जुड़ी हर छोटी-बड़ी खबर जानने के लिए हमारे चैनल में आपका स्वागत है। दोस्तों जैसा कि आप सब जानते ही होंगे कि चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस, अब पूरी दुनिया में अपना पैर पसार चुका है। कोरोना वायरस अब पूरी दुनिया के लिए ख़तरे की घंटी साबित हो रहा है। लोग इन दिनों अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं और इसके बावजूद दिन-ब-दिन इसके मरीजों की गिनती बढ़ती जा रही है। जहां दुनियाभर में तकरीबन 5000 से ज्यादा लोग इसकी वजह से मर चुके हैं तो भारत में भी इसके 80 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। भारत सरकार ने इसको लेकर कई सारे ठोस कदम भी उठाए हैं और सावधानीपूर्वक कई राज्य के स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं। ऐसे में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के दिग्गज तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कोरोना वायरस को लेकर क्या कहा ? आइए जानते हैं...
अपने यूट्यूब चैनल पर भारत में इस वायरस के असर के बारे में बात करते हुए शोएब अख्तर ने कहा कि भारत की आबादी 130 करोड़ है और अगर 130 करोड़ आबादी वाले भारत में यदि दो से तीन करोड़ लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ जाते हैं तो भारत में हॉस्पिटल की इतनी क्षमता नहीं है कि वो उन लोगों की देखभाल कर सके और आगे उन्होंने कहा कि कम से कम पाकिस्तान में तो इतनी ज्यादा आबादी नहीं है और पाकिस्तान में अभी इसके मामले भी बहुत कम नजर आ रहे हैं।
इसके बाद आईपीएल के बारे में बात करते हुए शोएब अख्तर ने कहा कि आईपीएल नहीं होने की वजह से काफी लोगों को नुकसान होगा। होटल इंडस्ट्री, कैटरिंग, ट्रैवल इंडस्ट्री जैसे सभी चीजों का भी बड़ा नुकसान होगा और पीएसएल भी इसी समस्या से गुजर रहा है और काफी मुश्किल से पाकिस्तान में पीएसएल वापस आया था। लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इसे भी काफी नुकसान हो रहा है।
शोएब अख्तर ने आगे बात करते हुए कहा कि भारत, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, वर्मा आदि देशों के पास इस वायरस से लड़ने की ज्यादा सुविधा नहीं है। जिन देशों के पास ज्यादा सुविधाएं हैं। वो भी इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं और पूरी दुनिया में लॉक डॉन की वजह से लोगों के पास रोजगार की कमी हो गई है तो इसके बाद घर कैसे चलेगा। पूरी दुनिया का कारोबार नीचे आ चुका है। शोएब अख्तर ने आगे कहा कि ये अल्लाह की ताकत है और उम्मीद करते हैं कि इसका जल्द से जल्द कोई ना कोई इलाज आएगा और इसके बाद जानवरों की सुरक्षा के लिए भी एक कानून जरूर बनाना चाहिए।


