जुलाई-सितंबर में IPL... ऐसा हुआ तो विराट की सबसे ज़्यादा वाट लगेगी
कोरोना वायरस. पूरी दुनिया इसके डर से ठहर गई है. जब ज़िन्दगी ठहर जाए तो फिर खेल क्या ही चीज़ हैं. क्रिकेट हिन्दुस्तान का एक बड़ा प्यार है. लेकिन उसी क्रिकेट पर भी कोरोना का असर पड़ा है. इंडिया-साउथ अफ्रीका सीरीज़ तो रद्द हुई ही. साथ ही आईपीएल भी टल गया है.
बीसीसीआई और आईपीएल गर्वनिंग काउंसिल ने आईपीएल को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया है. आईपीएल के मैच होंगे या नहीं इस पर भी फैसला होना अभी बाकी है. लेकिन 18 मार्च को टाइम्स ऑफ इंडिया समेत कई रिपोर्ट्स के हवाले से खबर आई कि इस बार आईपीएल अप्रैल-मई नहीं. बल्कि जुलाई-सितंबर में होगा.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, जुलाई से सितंबर के बीच आईपीएल करवाने का प्लान ये ही है कि सीज़न पूरे 60 मैचों का हो. कहीं से कुछ भी जोड़ना घटाना न पड़े.
जुलाई-सितंबर में आईपीएल कराने का मतलब है विदेशी खिलाड़ी इग्नोर:
टीमों का इंटरनेशनल शेड्यूल पहले से ही तैयार है. टीम इंडिया को सितम्बर के महीने में एशिया कप खेलना है. इसके अलावा इंग्लैंड का लिमिटेड ओवर टूर्नामेंट 17 जुलाई से शुरू होना है. और सितम्बर महीने तक खेला जाना है.
आईपीएल में विदेश से आने वाले सबसे ज्यादा खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के हैं. ऐसे में आईपीएल काउंसिल को ऑस्ट्रेलियन टीम के शेड्यूल को भी ध्यान में रखना होगा. 11 से 16 जुलाई के बीच ऑस्ट्रेलियन टीम इंग्लैंड में तीन मैचों की वनडे सीरीज़ खेलने जाएगी.
ऑस्ट्रेलिया के बाद इंग्लैंड से सबसे ज्यादा खिलाड़ी आईपीएल के इस सीज़न में हिस्सा लेने वाले हैं. अब बीसीसीआई के लिए ये भी परेशानी होगी कि वो कैसे इंग्लैंड के खिलाड़ियों को खिलाए. क्योंकि खुद इंग्लैंड उस समय अपना टूर्नामेंट ‘दि हन्ड्रेड’ होस्ट करेगा. इतना ही नहीं टूर्नामेंट में तीसरे सबसे ज्यादा खिलाड़ी वेस्टइंडीज़ से आने हैं. वेस्टइंडीज़ और न्यूज़ीलैंड के बीच भी जुलाई के महीने में सीरीज़ प्रस्तावित है.

